tag:blogger.com,1999:blog-30352156.post5671953386801111533..comments2023-03-15T01:58:05.049-07:00Comments on अनुभूति और आश्चर्य: औरो का मै बनना नही चाहताMhttp://www.blogger.com/profile/04296475349435748706noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-30352156.post-89414088154249695792007-03-29T23:27:00.000-07:002007-03-29T23:27:00.000-07:00हर ओर में भी,पा लेता तु झलक मेरी,पर रिश्तो का ताना...हर ओर में भी,<BR/>पा लेता तु झलक मेरी,<BR/>पर रिश्तो का ताना,<BR/>अब मैं भी बुनना नही चाहता..<BR/><BR/>लगा लेता तुझे,<BR/>वक्ष से अपने,<BR/>पर अब एक हारा मातृत्व,<BR/>मैं बनना नहीं चाहता|abhashttps://www.blogger.com/profile/03473620321975087037noreply@blogger.com